दक्षिणपंथी रुझान वाले कई बड़े फ़ेसबुक ग्रुप्स में तीन लड़कियों की एक तस्वीर बेहद भ्रामक दावे के साथ शेयर की जा रही है.
फ़ेसबुक और ट्विटर पर 50 हज़ार से ज़्यादा बार शेयर की गई इस तस्वीर के साथ ये दावा किया जा रहा है कि 'जो लड़की कुछ दिन पहले गंगा-जमुनी तहज़ीब का हवाला देकर रोज़ा रख रही थी, उसके मुस्लिम पति ने अब उसकी पिटाई कर दी.'
हमने पाया कि सोशल मीडिया पर इस तस्वीर को पोस्ट करते हुए लोगों ने '#Love_जिहाद_का_मज़ा' हैशटैग का इस्तेमाल किया है और साथ में एक लंबा संदेश लिखा है.
'नमो भक्त' नाम के एक फ़ेसबुक ग्रुप में इस तस्वीर के साथ लिखा गया है, "आपको याद होगा रमज़ान महीने में ये ख़बर ख़ूब चली थी कि शिवानी और रिया नामक हिन्दू बेटियों ने हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल दी. अरे क्यों दी, ये भी तो बताते? जिस शिवानी ने पहले रोज़ा रखा, आज उसके मज़हबी पति ने उसकी पिटाई कर दी. लव-जिहाद हुआ था मज़हबी से शिवानी का, अब भुगत रही है. उम्मीद है जल्दी ही रिया का भी ऐसा कोई फ़ोटो आए तो अचरज मत करना."
इस तस्वीर की पड़ताल के बाद हमने सोशल मीडिया पर किए जा रहे सभी दावों को ग़लत पाया है.
जाँच में हमें पता चला कि पोस्ट में दिख रही 'अख़बार की कटिंग' यानी ऊपर वाली तस्वीर भारत की है, जबकि वायरल पोस्ट में नींचे वाली तस्वीर पाकिस्तान की है.
मध्य प्रदेश से प्रकाशित होने वाले 'दैनिक भास्कर' अख़बार में यह ख़बर 4 जून 2019 को छपी थी.
अख़बार के अनुसार यह ख़बर मध्य प्रदेश के मालवा मंडल में पड़ने वाले शाजापुर कस्बे की है जहाँ हिन्दू समुदाय की दो लड़कियों ने रमज़ान के आख़िरी दिन रोज़ा रखकर हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल पेश की थी.
कुछ स्थानीय टीवी चैनलों ने भी यह रिपोर्ट दिखाई थी. इनमें दोनों लड़कियों को कहते सुना जा सकता है कि उन्होंने मन की शांति के लिए और दोनों धर्मों में एकता का संदेश देने के लिए रोज़ा रखा था.
इन मीडिया रिपोर्ट्स में दोनों लड़कियों की उम्र 16 वर्ष बताई गई थी. इन रिपोर्ट्स में दोनों लड़कियों में से किसी के भी शादीशुदा होने का ज़िक्र हमें नहीं मिला.
लेकिन हिंसा की शिकार जिस महिला की तस्वीर इनमें से एक शिवानी की बताई जा रही है, उनका चेहरा आपस में मेल नहीं खाता.
सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि ये शिवानी नाम की एक लड़की की तस्वीर है जो कथित लव-जिहाद का शिकार हो गई हैं.
इन दावों के अनुसार इन्होंने ही कुछ दिन पहले हिन्दू-मुस्लिम एकता के लिए रोज़ा रखा था और अब इनके पति ने इनकी पिटाई कर दी है.
सबा आलम नाम की एक ट्विटर यूज़र ने लिखा था, "पाकिस्तान के लाहौर में घरेलू हिंसा का एक और मामला. पुलिस ने पत्नी पर ज़ुल्म करने वाले शख़्स को दहेज की मांग करने और घरेलू हिंसा करने के जुर्म में गिरफ़्तार कर लिया है. पीड़ित महिला के वायरल वीडियो में दिखता है कि उनके मुँह से कितना ख़ून निकल रहा है."
मार्च 2019 में घरेलू हिंसा के कई अन्य मामले भी सामने आए थे और पाकिस्तान के सोशल मीडिया में इनकी काफ़ी चर्चा हुई थी. उस वक़्त हाजरा बीबी की ये तस्वीर भी सोशल मीडिया पर काफ़ी शेयर की गई थी.
उस वक़्त की मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हाजरा बीबी ने पुलिस को दी तहरीर में ये दावा किया था कि उनके पति उमर नूरानी और ससुराल के अन्य लोगों ने मिलकर दहेज के लिए उनकी पिटाई की है.
23 मार्च 2019 को इस मामले में लाहौर पुलिस ने एफ़आईआर दर्ज की थी. पुलिस के अनुसार 13 मार्च 2019 को हाजरा बीबी के साथ घरेलू हिंसा की ये घटना हुई थी.
फ़ेसबुक और ट्विटर पर 50 हज़ार से ज़्यादा बार शेयर की गई इस तस्वीर के साथ ये दावा किया जा रहा है कि 'जो लड़की कुछ दिन पहले गंगा-जमुनी तहज़ीब का हवाला देकर रोज़ा रख रही थी, उसके मुस्लिम पति ने अब उसकी पिटाई कर दी.'
हमने पाया कि सोशल मीडिया पर इस तस्वीर को पोस्ट करते हुए लोगों ने '#Love_जिहाद_का_मज़ा' हैशटैग का इस्तेमाल किया है और साथ में एक लंबा संदेश लिखा है.
'नमो भक्त' नाम के एक फ़ेसबुक ग्रुप में इस तस्वीर के साथ लिखा गया है, "आपको याद होगा रमज़ान महीने में ये ख़बर ख़ूब चली थी कि शिवानी और रिया नामक हिन्दू बेटियों ने हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल दी. अरे क्यों दी, ये भी तो बताते? जिस शिवानी ने पहले रोज़ा रखा, आज उसके मज़हबी पति ने उसकी पिटाई कर दी. लव-जिहाद हुआ था मज़हबी से शिवानी का, अब भुगत रही है. उम्मीद है जल्दी ही रिया का भी ऐसा कोई फ़ोटो आए तो अचरज मत करना."
इस तस्वीर की पड़ताल के बाद हमने सोशल मीडिया पर किए जा रहे सभी दावों को ग़लत पाया है.
जाँच में हमें पता चला कि पोस्ट में दिख रही 'अख़बार की कटिंग' यानी ऊपर वाली तस्वीर भारत की है, जबकि वायरल पोस्ट में नींचे वाली तस्वीर पाकिस्तान की है.
मध्य प्रदेश से प्रकाशित होने वाले 'दैनिक भास्कर' अख़बार में यह ख़बर 4 जून 2019 को छपी थी.
अख़बार के अनुसार यह ख़बर मध्य प्रदेश के मालवा मंडल में पड़ने वाले शाजापुर कस्बे की है जहाँ हिन्दू समुदाय की दो लड़कियों ने रमज़ान के आख़िरी दिन रोज़ा रखकर हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल पेश की थी.
कुछ स्थानीय टीवी चैनलों ने भी यह रिपोर्ट दिखाई थी. इनमें दोनों लड़कियों को कहते सुना जा सकता है कि उन्होंने मन की शांति के लिए और दोनों धर्मों में एकता का संदेश देने के लिए रोज़ा रखा था.
इन मीडिया रिपोर्ट्स में दोनों लड़कियों की उम्र 16 वर्ष बताई गई थी. इन रिपोर्ट्स में दोनों लड़कियों में से किसी के भी शादीशुदा होने का ज़िक्र हमें नहीं मिला.
लेकिन हिंसा की शिकार जिस महिला की तस्वीर इनमें से एक शिवानी की बताई जा रही है, उनका चेहरा आपस में मेल नहीं खाता.
सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि ये शिवानी नाम की एक लड़की की तस्वीर है जो कथित लव-जिहाद का शिकार हो गई हैं.
इन दावों के अनुसार इन्होंने ही कुछ दिन पहले हिन्दू-मुस्लिम एकता के लिए रोज़ा रखा था और अब इनके पति ने इनकी पिटाई कर दी है.
सबा आलम नाम की एक ट्विटर यूज़र ने लिखा था, "पाकिस्तान के लाहौर में घरेलू हिंसा का एक और मामला. पुलिस ने पत्नी पर ज़ुल्म करने वाले शख़्स को दहेज की मांग करने और घरेलू हिंसा करने के जुर्म में गिरफ़्तार कर लिया है. पीड़ित महिला के वायरल वीडियो में दिखता है कि उनके मुँह से कितना ख़ून निकल रहा है."
मार्च 2019 में घरेलू हिंसा के कई अन्य मामले भी सामने आए थे और पाकिस्तान के सोशल मीडिया में इनकी काफ़ी चर्चा हुई थी. उस वक़्त हाजरा बीबी की ये तस्वीर भी सोशल मीडिया पर काफ़ी शेयर की गई थी.
उस वक़्त की मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हाजरा बीबी ने पुलिस को दी तहरीर में ये दावा किया था कि उनके पति उमर नूरानी और ससुराल के अन्य लोगों ने मिलकर दहेज के लिए उनकी पिटाई की है.
23 मार्च 2019 को इस मामले में लाहौर पुलिस ने एफ़आईआर दर्ज की थी. पुलिस के अनुसार 13 मार्च 2019 को हाजरा बीबी के साथ घरेलू हिंसा की ये घटना हुई थी.
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